भारत में ऐसे कई संत हुए हैं, जिनकी आध्यात्मिक शक्ति और चमत्कारी अनुभवों ने लोगों को हैरान कर दिया। इन्हीं में से एक हैं नीम करोली बाबा, जिन्हें लोग बाबा नीब करौरी के नाम से भी जानते हैं। बाबा को हनुमान जी का अवतार माना जाता है और उनकी भक्ति से जुड़े असंख्य चमत्कारी किस्से प्रचलित हैं। उन्होंने न केवल भारत बल्कि विदेशों में भी कई लोगों को आध्यात्मिक मार्गदर्शन दिया, जिनमें प्रसिद्ध एप्पल कंपनी के संस्थापक स्टीव जॉब्स और फेसबुक के को-फाउंडर मार्क जुकरबर्ग भी शामिल हैं।


नीम करोली बाबा का जन्म और प्रारंभिक जीवन
- जन्म: 1900 के आसपास उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में हुआ था।
- असली नाम: लक्ष्मण दास शर्मा
- गृहस्थ जीवन: बचपन में ही उनका झुकाव भक्ति की ओर था, लेकिन परिवार ने उनका विवाह कर दिया। बाद में वे सांसारिक मोह छोड़कर संत बन गए।
बाबा के आध्यात्मिक जीवन की शुरुआत
नीम करोली बाबा ने अपनी युवा अवस्था में ही साधना का मार्ग अपनाया और उत्तर भारत में कई स्थानों पर साधना की। उनका अधिकतर समय हनुमान जी की भक्ति में बीता।
बाबा का नाम ‘नीम करोली’ कैसे पड़ा?
एक बार बाबा ट्रेन में बिना टिकट यात्रा कर रहे थे। टिकट चेकिंग के दौरान उन्हें ट्रेन से उतार दिया गया, लेकिन जब ट्रेन आगे नहीं बढ़ पाई तो लोग घबरा गए। बाद में उन्हें फिर से ट्रेन में बैठाया गया, और ट्रेन चल पड़ी। इस घटना के बाद लोग उन्हें “नीम करोली बाबा” कहने लगे।
बाबा के आश्रम और उनकी प्रसिद्धि
नीम करोली बाबा के आश्रम भारत के विभिन्न हिस्सों में स्थित हैं, जिनमें सबसे प्रसिद्ध हैं:
- कैंची धाम (उत्तराखंड) – सबसे लोकप्रिय आश्रम, जहां हर साल लाखों भक्त दर्शन करने आते हैं।
- लखनऊ आश्रम
- वृंदावन आश्रम
- अमेरिका में भी उनके भक्तों ने कई मंदिर स्थापित किए हैं।
बाबा के चमत्कार और उनकी शिक्षाएं
नीम करोली बाबा को चमत्कारी संत माना जाता है। उनके भक्तों के अनुसार, उन्होंने कई ऐसे चमत्कार किए, जिससे लोगों का जीवन बदल गया।
उनकी प्रमुख शिक्षाएं:
- सेवा और परोपकार – जरूरतमंदों की मदद करना ही सच्ची भक्ति है।
- हनुमान जी की भक्ति – वह हमेशा भक्तों को हनुमान चालीसा पढ़ने और भगवान के प्रति समर्पित रहने की सलाह देते थे।
- सादा जीवन, उच्च विचार – अहंकार से बचना और विनम्रता अपनाना चाहिए।
विदेशी हस्तियों पर बाबा की कृपा
स्टीव जॉब्स और मार्क जुकरबर्ग जैसे दिग्गजों ने भी नीम करोली बाबा के कैंची धाम का दौरा किया। स्टीव जॉब्स ने यहां से प्रेरणा लेकर एप्पल कंपनी की शुरुआत की, जबकि मार्क जुकरबर्ग ने फेसबुक को और ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
नीम करोली बाबा की महासमाधि
- निधन: 11 सितंबर 1973 को वृंदावन में हुआ।
- उनकी समाधि आज भी लाखों भक्तों के लिए आस्था का केंद्र बनी हुई है।
निष्कर्ष
नीम करोली बाबा सिर्फ एक संत नहीं बल्कि एक आध्यात्मिक शक्ति थे, जिन्होंने भक्तों को सच्चे मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। उनका आशीर्वाद पाने के लिए केवल सच्ची श्रद्धा और भक्ति की आवश्यकता है।
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
1. नीम करोली बाबा कौन थे?
नीम करोली बाबा एक महान संत और हनुमान भक्त थे, जिनकी भक्ति और चमत्कारों के कई किस्से प्रसिद्ध हैं।
2. बाबा का सबसे प्रसिद्ध आश्रम कौन सा है?
उत्तराखंड का कैंची धाम बाबा का सबसे प्रसिद्ध आश्रम है।
3. नीम करोली बाबा से कौन-कौन प्रभावित हुए?
स्टीव जॉब्स, मार्क जुकरबर्ग, जूलिया रॉबर्ट्स जैसी कई हस्तियां उनसे प्रभावित हुईं।
4. बाबा का मुख्य संदेश क्या था?
सेवा, प्रेम और भक्ति का जीवन जीना।
5. क्या बाबा के चमत्कार सच हैं?
उनके भक्तों के अनुसार, बाबा के कई चमत्कारी अनुभव हुए हैं, जो उनकी आध्यात्मिक शक्ति को दर्शाते हैं।
Disclaimer (अस्वीकरण)
यह लेख नीम करोली बाबा से जुड़ी ऐतिहासिक और भक्तों के अनुभवों पर आधारित है। इसमें शामिल चमत्कारों और आध्यात्मिक तथ्यों की पुष्टि विज्ञान नहीं करता, लेकिन आस्था और श्रद्धा