इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना: भारत सरकार द्वारा चालू की गई (Indira Gandhi National Widow Pension Scheme) के तहत समाज के गरीब परिवार (BPL) की विधवा महिला को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना के तहत, 40 वर्ष से 79 वर्ष तक की विधवाओं महिला को 300 रुपये प्रति माह की पेंशन प्रदान की जाएगी। वहीं, 80 वर्ष और उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों को 500 रुपये प्रति माह की पेंशन प्रदान की जाएगी। यह योजना विधवाओं की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने और उन्हें सम्मानजनक जीवन यापन में सहायता करने के उद्देश्य से बनाई गई है।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना 2024
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना 2024 एक महत्वपूर्ण सामाजिक सुरक्षा योजना है, जिसे भारतीय सरकार द्वारा विशेष रूप से विधवाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से संचालित किया गया है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य उन विधवाओं को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराना है जो गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) जीवन यापन कर रही हैं, ताकि वे अपनी दैनिक आवश्यकताओं को पूरा कर सकें और एक सम्मानजनक जीवन जी सकें।
IG राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना के पात्रता
- आवेदन करने वाली महिला विधवा होना चाहिए
- करीब परिवार बीपीएल परिवार से होनी चाहिए
- आवेदन करने वाली महिला 40 वर्ष से लेकर 79 वर्ष के बीच होनी चाहिए
- आवेदक का नाम बीपीएल सूची में शामिल होना चाहिए।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना के तहत मिलने वाले फायदे
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना के तहत मिलने वाले फायदे के बारे में जो आर्टिकल आपने दिया है, उसके आधार पर निम्नलिखित फायदे विशेष रूप से माननीय हैं:
- विधवा महिलाओं को यह पेंशन उनकी आर्थिक सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान करती है। इससे उन्हें अपनी दैनिक जीवनशैली को संभालने के लिए आर्थिक सहायता प्राप्त होती है।
- यह योजना विधवा महिलाओं के प्रति समाज की मानव संवार्यता को बढ़ावा देती है। वे अपने बुजुर्ग दिनों को अधिक सम्मानपूर्वक और स्वतंत्रता से बिता सकती हैं।
- इस पेंशन की मदद से विधवा महिलाएं अपनी और अपने परिवार की शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की व्यावस्था कर सकती हैं।
- इस योजना के लाभार्थियों को आत्मनिर्भर बनाने का साहस मिलता है। वे अपने जीवन को स्वतंत्रता से चला सकती हैं और समाज में अपनी अहम भूमिका निभा सकती हैं।
- इन फायदों के माध्यम से, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना विधवा महिलाओं के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाती है और उन्हें समाज में सम्मान और सुरक्षा की भावना प्रदान करती है।
- इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना के तहत, 40 वर्ष से 79 वर्ष तक की विधवाओं महिला को 300 रुपये प्रति माह की पेंशन प्रदान की जाएगी। वहीं, 80 वर्ष और उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों को 500 रुपये प्रति माह की पेंशन प्रदान की जाएगी।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना का उद्देश्य
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना का मुख्य उद्देश्य उन विधवा महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। जो गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) जीवन यापन कर रही हैं। इस योजना के माध्यम से सरकार विधवाओं को वित्तीय सहायता प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर और सम्मानजनक जीवन जीने में मदद करती है। इसके साथ ही, इस योजना का उद्देश्य विधवाओं की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को सुधारना और उन्हें जीवन की बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा करने में सहायता करना है। योजना के जरिए सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि कोई भी विधवा महिला आर्थिक तंगी के कारण अपने जीवन में कठिनाईयों का सामना न करे और उन्हें समाज में बराबरी का स्थान प्राप्त हो।
आवश्यक दस्तावेज इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना के लिए
- विधवा का आधार कार्ड
- पति का मृत्यु प्रमाण पत्र
- बीपीएल कार्ड
- आयु प्रमाण पत्र
- बैंक खाता विवरण
- निवास प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर आधार कार्ड एवं अकाउंट से जुड़ा हुआ।
- इत्यादि
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वीडियो पेंशन योजना में अप्लाई कैसे करें?
- सबसे पहले आप इसकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- अब आपके सामने एक पृष्ठ खुलेगा।
- डाउनलोड फॉर्म टैब पर क्लिक करें।
- अब आपके सामने न्यू पृष्ठ खुलेगा डाउनलोड फॉर्म करके इसका प्रिंटआउट लेने।
- मांगी गई फार्म में सारी जानकारी ध्यानपूर्वक भरे।
- अब भरने के बाद दस्तावेज को अटैच करके संलग्न ले।
- अंत में आवेदन पत्र आयुक्त नगर निगम या जनपद पंचायत अधिकारी को जमा करें।
APP के माध्यम से इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना में अप्लाई कैसे करें?
- प्ले स्टोर से उमंग एप डाउनलोड कर ले या इसकी आधिकारिक वेबसाइट https://web.umang.gov.in/web_new/home पर जाएं।
- उम्मीदवार अपना मोबाइल नंबर और ओटीपी डालकर लॉगिन कर ले।
- लॉगिन होने के बाद ‘ऑनलाइन आवेदन’ के विकल्प पर क्लिक करें।
- मांगी गई जानकारी को ध्यान पूर्वक भरें और भुगतान का तरीका चुने फोटो अपलोड करें और सबमिट पर क्लिक कर दें।
ऑफलाइन आवेदन कैसे करें इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना मे !
- उम्मीदवार को आवेदन पत्र अपने ग्राम पंचायत या ब्लॉक कार्यालय तथा शहरी क्षेत्र में नगर पालिका पर जाकर आवेदन पत्र ले लेनी है!
- एक अधिकृत अधिकारी के अधीन, पात्रता से संबंधित तथ्यों के संदर्भ में आवेदनों का सत्यापन सत्यापन अधिकारी या सत्यापन दल द्वारा किया जाता है!
- सत्यापन अधिकारी कारणों सहित स्वीकृति या अस्वीकृति के लिए आवश्यक सिफारिश करेगा!
- सत्यापन प्राधिकारी की सिफारिशों के साथ आवेदकों की सूची पर ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम सभा में या शहरी क्षेत्रों में राज्य सरकार द्वारा नामित वार्ड सभा/क्षेत्र सभा में तथा उसके बाद ग्राम पंचायतों और नगर पालिकाओं में चर्चा की जाती है!
- यदि ग्राम सभा/वार्ड सभा, ग्राम पंचायत/नगर पालिकाओं द्वारा समय-सीमा का पालन नहीं किया जाता है तो सत्यापन अधिकारी ग्राम पंचायत/नगर पालिका को सूचित करते हुए अपनी सिफारिशें सीधे मंजूरी प्राधिकारी को प्रस्तुत करेगा!
- आवेदन प्राप्त होने के बाद, जिनका ग्राम सभा/वार्ड समिति/क्षेत्र सभा द्वारा सत्यापन और अनुशंसा की जाती है, स्वीकृति प्राधिकारी आवेदक को स्वीकृति आदेश के रूप में सूचित करता है, जिसकी एक प्रति संबंधित ग्राम पंचायत/नगरपालिका को भेजी जाती है!
- स्वीकृति प्राधिकारी अपनी मुहर के तहत स्वीकृति आदेश जारी करता है।
- एनएसएपी की योजनाओं के तहत पेंशन स्वीकृत करने वाले प्रत्येक लाभार्थी को पेंशन पासबुक जारी की जाती है!
- पासबुक में स्वीकृति आदेश, पेंशनभोगी का विवरण और संवितरण विवरण शामिल होता है!
- जिन लाभार्थियों को मंजूरी जारी की जाती है उनकी सूची ग्राम पंचायत/वार्ड/नगरपालिका कार्यालय में प्रदर्शित की जाती है तथा हर तीन महीने में अद्यतन की जाती है!
- पेंशन राशि प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) प्रक्रिया के माध्यम से लाभार्थियों को सीधे उनके डाकघर या बैंक खाते में भुगतान की जाती है!
निष्कर्ष: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना 2024 विधवाओं के लिए एक सशक्तिकरण का साधन है। सरकार द्वारा इस योजना के माध्यम से विधवाओं को वित्तीय सहायता प्रदान कर उन्हें समाज में एक सम्मानजनक स्थान दिलाने का प्रयास किया गया है। यह योजना न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करती है बल्कि समाज में विधवाओं के प्रति संवेदनशीलता और समानता को भी बढ़ावा देती है। इस प्रकार, यह योजना विधवाओं के जीवन स्तर को सुधारने और उन्हें एक बेहतर भविष्य प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।